Monday, October 11, 2010

तस्वीर बोलेगी


तमाशा मेरे आगे


एक : नकली बत्तख असली पानी 
    नया जमाना नई कहानी


दो : बहुत दिनों तक चूल्हा रोया
     तब जाकर कुछ ऐसा होया


तीन : तनी हुई रस्सी पर बचपन
         आप क्या सोच रहे हैं श्रीमन?


चार : हरीतिमा के ऊपर सप्तरंग
       किन्तु जीवन का दूसरा ढंग!

2 comments:

स्वप्नदर्शी said...

तस्वीरें और टेग्स , दोनों अच्छे !

प्रवीण पाण्डेय said...

अपने आप में कथा कहते चित्र।