Tuesday, September 28, 2010

धन धन भाग हमारे सजनी बालम मोरे घर आए



उस्ताद नुसरत फ़तेह अली ख़ान साहेब सुना रहे हैं राग गावती में एक शानदार क्लासिकल रचना: धन धन भाग हमारे सजनी बालम मोरे घर आए

यह रेकॉर्डिंग वॉशिंगटन में की गई थी. देखिये कितनी विनम्रता से अपने संगतकारों का परिचय बाक़ायदा अंग्रेज़ी में करा रहे हैं उस्ताद.

कम्पोज़ीशन लम्बी है पर परमानन्द की गारन्टी:

2 comments:

शरद कोकास said...

धन धन भाग हमारो सजनी ..... आनन्द आ गया

पारुल "पुखराज" said...

सुना जा सका
आभार
शानदार है