Saturday, May 1, 2010

दिल लगा कर तुम ज़माने भर के धोखे खाओगे


अहमद हुसैन मुहम्मद हुसैन की आवाज़ में आज पेश है एक और ग़ज़ल. ग़ज़ल लिखी है दिनेश ठाकुर ने:

1 comment:

siddheshwar singh said...

इन भुस भरे हुए दिनों में संगीत और शायरी से तनिक राहत है !

*बोफ़्फ़ाईन साहब !!