Wednesday, January 23, 2008

भारत




भारत




भारत -
मेरे सम्मान का सबसे महान शब्द
जहां कहीं भी प्रयोग किया जाए
बाकी सभी शब्द अर्थहीन हो जाते हैं
इस शब्द के अर्थ
खेतों के उन बेटों में हैं
जो आज भी दरख्तों की परछाइयों से
वक्त मापते हैं

उन के पास, सिवा पेट के कोई समस्या नहीं
और वह भूख लगने पर
अपने अंग भी चबा सकते हैं
उन के लिए ज़िन्दगी एक परम्परा है
और मौत का अर्थ है मुक्ति

जब
भी कोई समूचे भारत की
'राष्ट्रीय एकता' की बात करता है
तो मेरा दिल चाहता है -
उसकी टोपी हवा में उछाल दूं

उसे बताऊं
कि भारत का अर्थ
किसी दुष्यन्त से संबंधित नहीं
बल्कि खेतों में दायर है
जहां अन्न उगता है
जहां सेंधें लगती हैं ...

-अवतार सिंह 'पाश' (पंजाब के शहीद क्रांतिकारी कवि)

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